- VPN क्या होता है?
- IP Address क्या होता है?
- Android क्या होता है?
- PDF क्या होता है?
- GIF इमेज क्या होती है?
- Web-Developer कैसे बने।
- गेम डेवलपर/Game Developer कैसे बनें
- HDD क्या होती है?
- CPU क्या होता है?
- GPS क्या होता है?
- वेब डिजाइनिंग क्या है?
- Computer का योगदान
- कंप्यूटर की-बोर्ड शॉर्टकट
- Li-Fi क्या होता है
- वेबसाइट कैसे बनाते है?
- कंप्यूटर का योगदान
- कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस कितने प्रकार की होती हैं?
- कंप्यूटर सामान्य ज्ञान
- बेसिक कंप्यूटर कोर्स
- कंप्यूटर में करियर कैसे बनाएं !
Friday, February 26, 2021
Home
Marketing
Online earning
social media
Technology
Web & Internet
जानकारी
एफिलिएट मार्केटिंग क्या होती है/What is affiliate marketing?
एफिलिएट मार्केटिंग क्या होती है/What is affiliate marketing?
एफिलिएट मार्केटिंग क्या होती है/What is affiliate marketing?
हेल्लो, नमस्कार, स्वागत है आपका हमारे वेब पोर्टल LSHOMETECH पर। हमारे पिछले आर्टिकल में हमने हमारे पाठकों के लिए Digital Marketing के बारे में विस्तार से बताया था, ओर आज के इस आर्टिकल में हम डिजिटल मार्केटिंग के ही भाग Affiliate Marketing के बारे में आपको पूर्ण ओर विस्तृत जानकारी देंगे। हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप एफिलिएट मार्केटिंग के हर पहलू से वाकिफ हो जाएंगे। तो आइए जान लेते हैं।
एफिलिएट मार्केटिंग क्या होती है/What is affiliate marketing?
Affiliate marketing डिजिटल मार्केटिंग का ही एक ऐसा तरीका होता है, जिसमे आप किसी भी दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को अपने Channel, Blog, Website या Social Media द्वारा लिंक के माध्यम से प्रमोट करते हैं। इसमे अगर कोई व्यक्ति आपके द्वारा भेजे गए लिंक के माध्यम से उस सर्विस या प्रोडक्ट का इस्तेमाल करता है, या खरीदता है, तो बदले में आपको एक निश्चित कमीशन दिया जाता है। इस तरह के लिंक को ही Affiliate Link कहा जाता है। इस तरह की मार्केटिंग का फायदा आप तभी उठा सकते हैं, जब आपके पास किसी भी प्लेटफार्म पर ज्यादा से ज्यादा Followers या Subscriber हो।
एफिलिएट मार्केटिंग कार्यविधि।
ये मार्केटिंग पूर्ण रूप से कमीशन पर आधारित होती है, क्योंकि इसमे आप खुदके किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को लोगों को नहीं बेच रहे होते, बल्कि किसी भी दूसरी पार्टी के प्रोडक्ट या सर्विस को लोगों तक पहुंच रहे होते हैं। यानी कि आप एक Mediator की तरह काम करते हैं। आजकल जितनी भी E-Commerce वेबसाइट हैं, जैसे कि Flipkart, Amazon, Paytm या अन्य कोई भी। ये सब कंपनियां ऑनलाइन तरीके से अपना माल बेचती हैं। ये सभी कंपनियां अपने प्रोडक्ट की पहुंच ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए एफिलिएट मार्केटिंग का इस्तेमाल करती हैं। इनका खुद का एक एफिलिएट प्रोग्राम/पेज होता है, जिस पर आपको खुद की एक ID बनानी पड़ती है, ओर आपको उनके एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़ना पड़ता है, जहाँ आपको अपनी पर्सनल ओर बैंक डिटेल भी देनी होती है। आपकी ID ओर बाकी डिटेल पूर्ण होने पर आप उस वेबसाइट से किसी भी प्रोडक्ट के लिंक को शेयर कर सकते हैं। यहां पर हर प्रोडक्ट के लिए अलग-अलग कमिशन होता है। कंपनी के जो प्रोडक्ट ज्यादा बिकते हैं उन पर कमीशन कम होता है, ओर जो प्रोडक्ट कम बिकते है, कंपनी उस प्रोडक्ट के लिंक को शेयर करने पर ज्यादा कमीशन देती है। इसके लिए आपको पहले प्रोडक्ट को सलेक्ट करना होता है, फिर उसके लिंक को शार्ट करना पड़ता है, ओर फिर उस लिंक को आप किसी भी Social Media यह अन्य Platform पर Share कर सकते हैं। इस लिंक में आपकी ID के कुछ कोड होते हैं, जिनके द्वारा ही कंपनी को पता लगता है कि उस प्रोडक्ट को बिकने में किसकी एफिलिएट ID इस्तेमाल हुई है। कंपनी अपने प्रोडक्ट पर 1 से 15 प्रतिशत तक का कमीशन देती है। कुछ प्रोडक्ट पर ये कमीशन 20 प्रतिशत तक भी होता है।
आइए अब आपको एफिलिएट मार्केटिंग से जुड़े कुछ तकनीकी शब्दो के बारे में जानकारी दे देते हैं।
Affiliates : ये वो लोग होते हैं जो किसी भी कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़ते हैं, ओर लिंक के द्वारा कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को लोगों तक पहुंचाते हैं।
Affiliate Manager : किसी भी E-Commerce कंपनी के एफिलिएट एकाउंट को मैनेज करने और एफिलिएटस को टिप्स ओर ट्रिक्स देने के लिए रखा जाता है।
Affiliate Link : ये वो लिंक होते हैं, जो एक एफिलिएट, कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम को जॉइन करके प्राप्त करता है, ओर उनको आगे किसी दूसरे प्लेटफार्म पर शेयर करते हैं। ये लिंक एक प्रकार से Traffic लिंक होते हैं। इन्ही लिंक के द्वारा यूजर उस प्रोडक्ट के सोर्स तक पहुंचकर खरीद सकता है।
Affiliate ID : जब भी आप किसी भी कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम को जॉइन करते हैं तो कंपनी द्वारा आपको एक खास ID नम्बर दिया जाता है। यही आपका USER ID NUMBER होता है। कंपनी इसी ID नम्बर का इस्तेमाल करके किसी भी प्रोडक्ट का एफिलिएट लिंक Generate करती है, ओर साथ ही इसके द्वारा कंपनी ये भी ट्रैक कर सकती है कि आपके लिंक के द्वारा अब तक कितनी सेल हुई है। इसी ID पर कंपनी आपको कमीशन देती है।
Affiliate Commission : जब भी कोई एफिलिएट अपने द्वारा भेजे गए लिंक के माध्यम से कोई भी प्रोडक्ट सेल करता है, तो कंपनी द्वारा पहले से तय एक निश्चित राशि एफिलिएट को दी जाती है। इसी राशि को एफिलिएट कमीशन कहा जाता है।
URL Shortener : जब भी कोई एफिलिएट किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट को मार्केटिंग के लिए चुनता है तो पहले उसका एक लिंक Generate किया जाता है। अक्सर ये लिंक काफी बड़े और लंबे होते हैं। इनको छोटा और सहज बनाने के लिए URL Shortener का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि इस लिंक को आप अपने किसी भी Social Platform पर आसानी से लगा सकें।
Payment Mode : सभी कंपनियों का एफिलिएट मनी पेमेंट मोड लगभग समान ही होता है। हाँ हर कंपनी का अपना Threshold जरूर होता है कि वो आपको आपके खाते में कितनी राशि होने पर पेमेंट करेंगे। ये राशि आप सीधे अपने बैंक खाते में पा सकते हैं, अगर आपकी किसी राष्ट्रीय कम्पनी की एफिलिएट मार्केटिंग करते हैं तो, ओर अगर आप किसी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी जैसे Alibaba या Bangood या अन्य किसी की एफिलिएट मार्केटिंग करते हैं तो आपको PayPal या अन्य दूसरे माध्यम से पेमेंट किया जाता है।
Affiliate Marketing से कितनी कमाई कर सकते हैं?
इस तरह की मार्केटिंग से कितना पैसा कमाया जा सकता है, ये सब आपके द्वारा भेजे गए लिंक पर निर्भर करता है कि आपने कितने लोगों के पास लिंक भेजे या कितने लोगों ने आपके लिंक से खरीददारी की। इसमे आप 5000 रुपये महीना से लेकर 50000, 60000 या लाखों रुपये भी कमा सकते हैं। इसमे कमाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आपके किसी चैनल या ब्लॉग/वेबसाइट या सोशल मीडिया पर कितने फॉलोवर हैं। आपके साथ जितने ज्यादा लोग जुड़े होंगे, तो आपकी कमाई के चांस भी उतने ही ज्यादा होते हैं, क्योंकि आपके द्वारा ज्यादा लोगों तक लिंक पहुंच जाता है। ये एक ऐसा काम है, जहां आपको लगातार काम करने की आवश्यकता होती है। आप इसमे जितने लंबे समय तक काम करेंगे आपके कमाई बढ़ने की संभावना उतनी ही ज्यादा होती है।
Tags
# Marketing
# Online earning
# social media
# Technology
# Web & Internet
# जानकारी
About Lee.Sharma/Sunil
दोस्तो नमस्कार मैं सुनिल/ली. शर्मा हमारे इस वेब पोर्टल का Technical Author और Founder हूँ। मेरा इस वेबसाइट को चलाने का मकसद है कि मैं लोगों को कंप्यूटर और आधुनिक जमाने की डिजिटल टेक्नोलॉजी के बारे में हर प्रकार की जानकारी दूँ, ताकि लोग आधुनिक तकनिकी के बारे में और ज्यादा जान सकें, मैं आप सभी से भी प्रार्थना करूँगा की आप लोग भी हमारे इस मुहीम से जुड़ें और अन्य दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ हमारे आर्टिकल शेयर करें। मैं YouTube पर भी एक चैनल चलाता हूँ जहाँ पर आप किसी भी प्रकार के कंप्यूटर के सामान्य सॉफ्टवेयर से लेकर एडवांस लेवल के 3D सॉफ्टवेयर को सिख सकते हैं।
जानकारी
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Advertisement
About Me
Featured Post
5G टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान। Advantages and Disadvantages of 5G Technology.
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास होता जा रहा है, टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को समृद्ध बना रही है, इसके बहुत से फायदे होने के साथ ही कुछ नुकसान भी ...
Advertisement
Contact Form
Wikipedia
Search results
No comments:
Post a Comment