इसरो का व्योम मित्र क्या है? What is ISRO's Vyom Mitra? - LS Home Tech

Friday, February 14, 2020

इसरो का व्योम मित्र क्या है? What is ISRO's Vyom Mitra?

हमारा देश आये दिन अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में नए कृतिमान स्थापित कर रहा है, अंतरिक्ष विज्ञान की खोज को आगे तक ले जाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक दोस्त को बनाया है, यानी इसका निर्माण किया है, जो भारतीय वैज्ञानिकों के साथ अंतरिक्ष से उनके लिए कुछ खास जानकारी देने वाला है। हमारे देश के अन्तरिक्ष विज्ञानियों ने इसे व्योम मित्र नाम दिया है, जो इन सभी की खुशी में भी ओर दुख में भी शामिल होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान/ISRO/Indian Space Research Organization ने Humanoid यानी इंसानों जैसा दिखने वाला एक रोबोट बनाया है, जो अंतरिक्ष में जाकर वहां से कुछ खास जानकारी वैज्ञानिकों को उपलब्ध करवाएगा। 

कैसा है व्योम मित्र? How is Vyom Mitra?
दरअसल यह एक रोबोट ही है जिसकी बनावट आम इंसान के जैसी ही बनाई गई है। इसका चेहरा एक लड़की की तरह डिज़ाइन किया गया है, लेकिन इसकी एक खास बात है कि इसका पूरा शरीर नहीं बनाया गया, इसका केवल ऊपरी हिस्सा ही बनाया गया है, इसलिए इसे Half Humanoid कहा जा रहा है। इसका आधा शरीर बनाने के पीछे वैज्ञानिकों का तर्क है कि अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता, जिसके कारण वहां पर चलना मुश्किल होता है, यही कारण है कि व्योम मित्र रोबोट के पैरों को नहीं बनाया गया। अगले साल के अंत तक व्योम मित्र को मानव रहित गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में भेजे जाने की संभावना है। 

व्योम मित्र क्या काम करेगा? How does Vyom Mitra work?
व्योम मित्र को इस मिशन के लिए इसलिए चुना गया है क्योंकि वो सभी वो काम करने में सक्षम है जो एक अंतरिक्ष यात्री कर सकता है। इसमें वो सभी खूबियां है , जो किसी अंतरिक्ष यात्री के अंदर होनी चाहिए, जैसे कि ये लाइव ऑपेरशन करने में सक्षम है, ये अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करने के साथ उनके सभी सवालों के जवाब भी दे सकती है, यानी इसे इंसान की तरह काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, ओर ये पूरी रिपोर्ट ISRO तक भेजेगी। व्योम मित्र पूरी तरह से ISRO के कमांड एरिया में ओर लगातार संपर्क में रहेगी। भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की तरफ से ये एक मानव रहित मिशन का प्रयोग है जो अगर सफल हो जाता है तो इससे अंतरिक्ष विज्ञान के अंदर बहुत सी नई चीजों के बारे में जानने को मिलेगा, ओर इस मिशन की सफलता हमारे वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाएगी, ओर आने वाले समय में ओर ज्यादा परिष्कृत मानव रहित मिशन को चलाया जा सकेगा।

चंद्रयान 2 मिशन के बाद अब पूरी दुनिया की नजरें ISRO/Indian Space Research Organization के गगनयान मिशन पर टिकी हुई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के अनुसार इस मिशन को दिसंबर 2021 में कार्यान्वित किया जाएगा। ये दुनिया का पहला मानव रहित अंतरिक्ष मिशन होगा। इस मिशन के लिए 4 अंतरिक्ष यात्रियों को रूस में ट्रेनिंग दी जा रही है। इस पूरे मिशन के लिए भारत को नासा, रूस ओर अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पेस संस्थानों की मदद मिल रही है।

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