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Thursday, October 1, 2020

इंटरनेट का अविष्कार कब और किसने किया? Internet KA Avishkar kisne kiya

 इंटरनेट का अविष्कार कब और किसने किया? 

who invent the internet and when?

दोस्तो नमस्कार, हमारे वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है, हम अपने इस वेब पोर्टल पर टेक्नोलॉजी ओर एजुकेशन से संबंधित आर्टिकल पोस्ट करते हैं, जो जानकारी के हिसाब से आप लोगों के बहुत काम आ सकते हैं। और आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं आधुनिक युग की सबसे बड़ी खोज इंटरनेट के बारे में। 
इंटरनेट का अविष्कार कब और किसने किया?

आपमें से ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल जरूर आता होगा की इंटरनेट की खोज किसने की थी या इसका आविष्कार किसने किया था। इंटरनेट के आविष्कार ने पूरी दुनिया में एक नई क्रांति का आगाज़ किया था। आज इंटरनेट इतना जरूरी हो गया है की यदि कुछ पल भी बंद हो जाये तो लोगों को लाखों-करोड़ों का नुकशान हो जायेगा। इंटरनेट और कुछ नहीं बस इनफार्मेशन को लेने और इनफार्मेशन को बाँटने की कंप्यूटर टेक्नोलॉजी है, जिसके माध्यम से आजकल के बड़े कारोबार चले रहे हैं, इसमें सबसे बड़ा कारोबार बैंकिंग का है। इंटरनेट ने हमे पूरी दुनिया के साथ जुड़े रहने के काबिल बना दिया है। 
 
किसने और कब किया था इंटरनेट का अविष्कार? Internet KA Avishkar kisne kiya
तात्कालिक शीत युद्ध के दौरान अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को यह खतरा था की कहीं परमाणु हमला न हो जाये, इसलिए वो लोग एक ऐसा नेटवर्क चाहते थे, जिसके द्वारा सारे कम्प्यूटर्स को जोड़ा जा सके। उस समय इस आविष्कार को इज़ाद करना किसी चमत्कार से कम नहीं था। तब कंप्यूटर बहुत कम थे और ऐसा कोई माध्यम नहीं था, जिसके द्वारा एक ही जगह से सारे कम्प्यूटरों को इस्तेमाल में लाया जा सकता हो। इसी कार्य को या सभी कम्प्यूटर्स को जोड़ने की तकनीक को इंटरनेट का नाम दिया गया। 29 अक्टूबर 1969 ये वो अहम दिन था जिस दिन दुनिया को बदलने वाली क्रांति का आविष्कार हुआ। रात के करीब 10.30 बजे UCLA/University of California, Los Angles के प्रोग्रामर चार्ली क्लीन/Charlie Clean  ने 350 किलोमीटर दूर मेंलो पार्क/ Melon Park, कैलिफ़ोर्निया में दो शब्द “I” और ” O” इलेक्ट्रॉनिकली भेजे। इन प्रेषणों के बाद इनका सारा सिस्टम बंद हो गया था, लेकिन उसके प्रयोगकर्ता जान गए थे की एक नई तकनीक का आविष्कार हो गया है, बाद में इसे ही इंटरनेट का नाम दिया गया। उस वक़्त इसे अरपानेट/ARPANET कहा जाता था। शुरुआत में इस इंटरनेट का आविष्कार सन्युक्त राज्य अमेरिका की सेना द्वारा संचालित होता था। बाद में इसका प्रयोग पुरे विश्व में होने लगा।

ARPANET अरपानेट – Advanced Research Projects Agency Network
यह इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा UCLA के तथा "स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान/Stanford Research Institute" कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई और इन्टरनेट पर सूचना को आदान  प्रदान करने के लिए जिस नियम का उपयोग होता है, उसे TCP/Transmission Control Protocol (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल) या IP/Internet Protocol (इन्टरनेट प्रोटोकॉल) कहते है।
इंटरनेट का अविष्कार कब और किसने किया?

कुछ ही सालों में इंटरनेट ने पूरी दुनिया पर कब्ज़ा कर लिया जो आज तक बदस्तूर जारी है, जिसके कारण हर रोज एक नई तकनीक का विकास हो रहा है। आइये इंटरनेट में हुए बदलावों को वर्षों के क्रम-अनुसार विश्लेषित करते हैं।
  • 1969 अरपानेट की खोज – इस समय अवधि में इंटरनेट की खोज तो हो गयी थी, मगर इसको आप एक शुरुआत मात्र मान सकते हैं। इंटरनेट के असल उपयोग को समझना अभी बाकि था मगर यह बात तो तय थी की कुछ ऐसा खोज लिया गया था जिसका भविष्य के निर्माण में अहम योगदान होने वाला था।
  • 1972 पहला ई-मेल बनाया गया – रे टॉमलिंसन/Ray Tomlinson ने पहला ई-मेल बनाया वो उस समय बोल्ट/Bolt नमक संस्था में काम करते थे। उनका कहना है की वह उस संस्थान से प्रेरित थे जो उनके फ़ोन का जवाब नहीं देते थे। यही वो व्यक्ति थे जिन्होने @(at the rate of) का इस्तेमाल अपने नाम के बाद इस्तेमाल किया जो सन्देश भेजने वाला इस्तेमाल करता था।
  • 1974 ARPANET को व्यावसायिक किया गया – टेलनेट/Talent पहली ऐसी कंपनी बनी जिसने ARPANET का व्यवसायिक इस्तेमाल शुरू किया और बाद में इसे इंटरनेट नाम दिया गया। उसके बाद अन्य लोगों की भी इसमें भागीदारी बढ़ी जो इसको वैश्विक स्तर तक ले गए। साल 1979 में ब्रिटिश डाकघर ने पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क/ICN बना कर नई  प्रौद्योगिकी/Technology का उपयोग करना आरम्भ किया था।
  • 1983 वेबसाइट एड्रेस का सामान्यीकरण – ये वो समय था जब इंटरनेट पर वेबसाइट का ज़माना आ चूका था और Domain Name System (DNS) का इस्तेमाल भी शुरू हो गया था, जिसमे .edu, .gov, .com, .mil, .org, .net इत्यादि लगाना अनिवार्य हो गया था। इससे पहले वेबसाइट नंबर्स सिस्टम पर कुछ इस तरह चलती थी “123.456.789.10”
  • साल 1989 में Commercial dial-up को इस्तेमाल में लिया जाने लगा और इसमें विश्व को एक वेबसाइट/Website बना दिया गया जो की आज हास्यप्रद लगता है।
  • साल 1998 में गूगल/Google के आने के बाद इंटरनेट का रूप ही बदल गया जिससे हम सब वाकिफ हैं, आज इंटरनेट की दुनिया में गूगल बादशाह है।
तो दोस्तों आशा करता हूँ की आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी पसंद आयी होगी। अगर इससे सम्बंधित आप कोई सलाह या सुझाव हमें देना चाहते हैं तो आपका स्वागत है। आप हमारे दूसरे आर्टिकल के लिए हमें सब्सक्राइब भी कर सकते हैं। आप हमें कमेंट करके बता भी सकते हैं कि आपको किसी विषय पर हमारी वेबसाइट पर जानकरी चाहिए, हम जल्द से जल्द वो जानकारी हमारी वेबसाइट पर आपके लिए उपलब्ध करने की कोशिश। हमारी इस जानकारी को दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। धन्यवाद 

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